ये मेरा इंडिया, आई लव माय इंडिया...भारतवासी ही नहीं, जो एकबार यहां आ जाता है न वो भी ये गीत गाने लगता है क्योंकि भारत देश है ही ऐसा. यहां के त्यौहार हों या भाषा या फिर खाना सबमें प्यार छुपा है. यहां के खाने की बात करें, तो हर जगह इतनी डिशेस हैं जिन्हें खा पाना मुश्किल है. मगर इनके बारे में पता रखना थोड़ा आसान है. इसलिए आज हिमाचल प्रदेश की कुछ बेहतरीन डिशेस के बारे में बताएंगे, ताकि अबकि बार जब हिमाचल जाएं तो भले ही इनमें से सब नहीं, कुछ तो ज़रूर खाइएगा.
1. सिद्दू
सिद्दू हिमाचल प्रदेश की ख़ास डिश है. इसे खसखस, मटन और मिठाई के साथ भरकर बनाया जाता है. ये मोमोज़ के साइज़ से थोड़ा बड़ा होता है. देसी घी से बना सिद्दु खाएंगे, तो बार-बार खाते रह जाएंगे.
2. बाबू (Babru)
इसे गूंथे हुए आटे में पिसी हुई काली उड़द की दाल भरकर इसे बनाया जाता है. फिर इसे गोल-गोल बनाकर डीप फ़्राई किया जाता है. फिर इसे इमली की चटनी के साथ सर्व किया जाता है. विश्वास मानिये एक बार खाएंगे मज़ा आ जायेगा.
3. कद्दू का खट्टा और औरीया कद्दू
इसे कद्दू में मसाले और अमचूर डालकर बनाया जाता है. इसकी ग्रेवी बहुत ही चटपटी और मसालेदार होती है.
4. चना मद्रा
चना मद्रा दही और चने के आटे को मिलाकर बनाया जाता है. इसकी ग्रेवी तैयार करते समय अदरक, मसाले, प्याज़ और लहसुन डाला जाता है. ये बहुत ही चटपटा और मज़ेदार होता है. इसलिए एकबार ज़रूर ट्राई करिएगा.
5. मीठा
मीठा मूल रूप से मीठा चावल है, जो चावल, घी, इलायची, लौंग, दालचीनी, चीनी और केसर को मिलाकर बनाया जाता है. इसमें सौंफ़, बादाम और पिस्ता भी डाला जाता है.
6. Patande
ये सिरमौर ज़िले का एक लोकप्रिय नाश्ता है. इसे बनाने के लिए गेहूं के आटे में दूध और चीनी मिलाकर घोल तैयार किया जाता है. फिर इस घोल को तवे पर डालकर डोसे की तरह बनाया जाता है.
7. कुल्लू ट्राउट
मसालों के साथ सरसों के तेल में तले हुए मैरीनेट ट्राउट के साथ बनाई गई ये मछली कुल्लूर क्षेत्र का एक बहुत ही फ़ेमस डिश है.
8. Akotri
अकोत्री उत्तरी पहाड़ियों का एक विशिष्ट व्यंजन है. ये एक प्रकार का केक है, जिसे गेहूं के आटे से बनाया जाता है. इसे त्यौहार के अवसरों पर बनाया जाता है.
9. टुड़किया भात
दाल, आलू, प्याज़, अदरक, लहसुन और दही के साथ पके हुए चावल को टुड़किया भात कहा जाता है. इसे करी पत्ता, इलायची, दालचीनी, लाल मिर्च पाउडर के साथ पकाया जाता है. इसके चटपटे स्वाद का मज़ा माश दाल के साथ खाने से दोगुना हो जाता है.